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Horror Story 👺 - कामाख्या देवी और अम्बुवाची मेला | Tantra Sadhana, Mahadev | Mata Sati Shakti Peeth

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  असम की राजाधानी दिसपुर के पास गुवाहाटी में नीलांचल पर्वत पर स्थित माँ कामाख्या देवी मन्दिर जिसे योनि-स्थान के नाम से भी जाना जाता है, यह मंदिर माँ सती के 51 वे शक्तिपिठो में प्रमुख है, इस पवित्र मंदिर को रहस्यमयी शक्तियों और तांत्रिक क्रियाओं के लिए जाना जाता है | इस मंदिर में माँ कामाख्या का कोई भी मूर्ति अस्थापित नही है, बल्कि एक योनि के आकार का पत्थर का पुजा किया जाता है जिसमे से पानी निकलता रहता है | माँ कामाख्या देवी के अलावा इस मंदिर में माँ काली के 10 रूपों की पूजा की जाती, जैसे माँ कमला, माँ बगलामुखी, माँ तारा, माँ धूमवती, माँ भैरवी, माँ चिनमासा, माँ त्रिपुरा, माँ मतंगी, माँ बगोली और माँ सुंदरी की मूर्तियां विराजमान है | हिंदू ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव ने कामदेव को अपना शरीर दोबारा प्राप्त करने के लिए नीलांचल पर्वत पर माँ सती के योनि-अंग की पूजा के लिए एक भव्य मंदिर का निर्माण करने के लिए कहा था | कलिका पुराण के अनुशार माँ सती के पिता राजा दक्ष प्रजापति एक बार भव्य यज्ञ का आयोजन किया। इस यज्ञ में सभी देवी, देवताओं, ऋषियों और राजाओं को आमंत्रित किया था, लेकिन केवल भगवा...

SECRETS STORY OF परशुराम कुंड | माँ की हत्या और मुक्ति | Shocking Truth of Bhagwan Parshuram

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परशुराम कुंड अरुणाचल प्रदेश के लोहित जिले के कमलांग रिज़र्व वन क्षेत्र में स्थित है, इस कुंड की जल माँ गंगा की जल के सामान पवित्र है परशुराम कुंड की कहानी का व्याख्या श्रीमद भागवत, कालिकापुराण और महाभारत में भगवान परशुराम के द्वारा मातृहत्या में की गई है| कथाओं के अनुसार भगवान परशुराम की माता रेणुका, हवन के लिये जल लाने गंगा नदी पर गई हुई थी, उसी समय गंगा नदी के पास में गंधर्वराज चित्ररथ को अप्सराओं के साथ विहार करते देख, उन पे मोहित हो गई थी और हवन के जल लाने में देर होने से महर्षि जमदग्नि अपनी पत्नी रेणुका से क्रोधित थे. माता रेणुका जब जल लेकर आई, तो महर्षि जमदग्नि ने एक-एक कर अपने सभी पुत्रों को अपनी पत्नी रेणुका का वध करने को कहा, लेकिन कोई भी पुत्र ने वध नही किया, आखरी में महर्षि जमदग्नि अपने चौथे पुत्र परशुराम को माता रेणुका का वध करने को कहा, भगवान परशुराम अपने पिता का आज्ञा का पालन करते हुए, फरसे से अपनी माता रेणुका का शीष एक झटके में धड़ से अलग कर दिया | महर्षि जमदग्नि ने भगवान परशुराम के अलावा अपने सभी पुत्रों को आज्ञा का पालन नही करने की सजा देते हुए श्राप देकर उनकी बुधी को न...

India's Most Mysterious TEMPLE ? | लेपाक्षी मंदिर, वीरभद्र मंदिर | Ramayana, Mahadev, Sri Ram

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आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में स्थित लेपाक्षी मंदिर जिसे वीरभद्र मंदिर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, इस मंदिर का इतिहाश भगवान शिव, रामायण और विजयनगर साम्राज्य से ज़ुरा हुआ है. इस मन्दिर को एक चमत्कारिक रहस्य के रूप में जानते हैं। इस मंदिर का एक पिलर हवा में झुला हुआ है, पिलर के नीचे से लोग कपरा एक तरफ से डाल कर दुसरे तरफ निकालते है, जिसे लोग शुभ मानते हैं। वैसे तो हमारे देश में करोड़ो मंदिर है, लेकिन लेपाक्षी मंदिर का महत्व ही अलग है | इस मंदिर से हमारे देवी-देवताओं का साक्षात संबंध रहा है। फिर चाहे माता सीता की खोज में भगवान श्रीराम का जटायु से मिलना, या महर्षि अगस्त्य के द्वारा, वीरभद्र रूप में शिवलिंग का स्थापित करना, यह सब कोई चमत्कार से कम नही है. इस मन्दिर से जूरी कई कहानिया है, जिसे इस विडियो में बताया गया है. रामायण के अनुशार जब भगवान श्रीराम अपने भाई लक्ष्मण व माता सीता के साथ 14 वर्षों का वनवास काट रहे थे, वनवास के अंतिम समय में,वे इसी जगह आकर ठहरे थे। और रावण ने मारीच की सहायता से माता सीता का इसी जगह से अपहरण कर लिया था और उन्हें अपने पुष्पक विमान में बैठाकर लंका ले ...